
पूरा नाम: अल्फ्रेड जोसेफ फर्डिनेंड जोडली
पेशा: नाजी नेता और WWII आम
क्यों प्रसिद्ध: जोडल द्वितीय विश्व युद्ध की संपूर्णता के लिए जर्मन हाई कमान के प्रमुख थे। इस स्थिति में उन्होंने पूरे नाजी युद्ध के प्रयासों का निरीक्षण किया। उन्होंने कमांडो ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए, जिसमें किसी भी पकड़े गए मित्र कमांडो को तुरंत गोली मार दी जानी थी, और कमिसर ऑर्डर, जिसमें सभी पकड़े गए सोवियत कमिसारों को गोली मार दी जानी थी।
नाजी जर्मनी के युद्ध प्रयासों के पतन के बाद, जोडल ने युद्ध को समाप्त करते हुए 8 मई 1945 को जर्मन सेना के बिना शर्त आत्मसमर्पण पर सह-हस्ताक्षर किए।
इसके बाद उन्हें नूर्नबर्ग में मुकदमा चलाया गया, दोषी पाया गया और मौत की सजा सुनाई गई; अक्टूबर 1946 में उन्हें फाँसी दे दी गई।
जन्म: 10 मई, 1890
जन्मस्थान: वुर्जबर्ग, बवेरिया, जर्मन साम्राज्य
पीढ़ी: ग़ुम हुई पीढ़ी
स्टार साइन: वृषभ
मृत्यु: 16 अक्टूबर, 1946 (आयु 56)
मौत का कारण: फांसी पर लटका दिया
लेख और तस्वीरें
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नूर्नबर्ग परीक्षण
हरमन गोअरिंग नूर्नबर्ग ट्रायल में ट्रायल पर। बाद में उसे मौत की सजा सुनाई जाएगी, लेकिन उसकी सजा पूरी होने से एक रात पहले उसने आत्महत्या कर ली।
30 सितंबर, 1946
ऐतिहासिक घटनाओं
- 1945-05-07 द्वितीय विश्व युद्ध: रिम्स में जनरल अल्फ्रेड जोडल द्वारा हस्ताक्षरित मित्र राष्ट्रों के लिए बिना शर्त जर्मन आत्मसमर्पण
- 1946-10-16 10 नाजी नेताओं को नूर्नबर्ग युद्ध परीक्षणों के बाद युद्ध अपराधियों के रूप में फांसी दी गई, जिनमें शामिल हैं विल्हेम कीटेल , जोआचिम वॉन रिबेंट्रोप और अल्फ्रेड जोडली
प्रसिद्ध जनरल
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गयुस मारियस
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होरेशियो गेट्स
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नथानेल ग्रीन